साहित्यकार अर्पित सर्वेश को आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी ने किया सम्मानित
📍 लोकेशन: प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश ✍️ संवाददाता रिपोर्ट

✨ सम्मान समारोह की झलक
प्रतापगढ़ में रविवार को आम आदमी पार्टी कार्यालय में आयोजित एक विशेष सम्मान समारोह में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बहुभाषी लेखक, साहित्यकार एवं समाजसेवी अर्पित सर्वेश को सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम न केवल साहित्यिक योगदान का सार्वजनिक सम्मान था, बल्कि जिले की युवा शक्ति और रचनात्मक प्रतिभा को सराहने की एक ऐतिहासिक पहल भी थी।
कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कोरी और पूर्व प्रदेश प्रभारी नीलम श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। दोनों नेताओं ने अर्पित सर्वेश को पुष्पमाला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर और सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
📚 अर्पित सर्वेश की उपलब्धियाँ
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अर्पित सर्वेश ने हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत, अवधी, ब्रज और उर्दू जैसी भाषाओं में साहित्य सृजन किया है।
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वह विश्व स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं और उनके लेखन को कई देशों में सराहा गया है।
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उन्हें कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है।
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साहित्य में बहुभाषी लेखन के लिए उन्हें "World Record Holder" की उपाधि भी प्राप्त है।
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उनके द्वारा रचित कविता संग्रह, उपन्यास और लेख समाजिक चेतना, राष्ट्र निर्माण और सांस्कृतिक मूल्यों पर केंद्रित हैं।
🗣️ मुख्य वक्तव्य एवं संदेश
🎙️ अनिल कोरी, प्रदेश प्रभारी, आम आदमी पार्टी
“प्रतापगढ़ जैसे जिले से निकलकर कोई युवा विश्व मंच तक पहुंचे, यह न केवल जिले का गौरव है बल्कि प्रदेश के लिए गर्व की बात है।”
🎙️ नीलम श्रीवास्तव, पूर्व प्रभारी, AAP
“अर्पित जैसे युवा समाज में परिवर्तन के वाहक बन सकते हैं। उनका लेखन युवाओं को सोचने और सवाल उठाने की प्रेरणा देता है।”
🎙️ अर्पित सर्वेश, सम्मानित साहित्यकार
“यह सम्मान मेरा नहीं, हर उस युवा का है जो कलम के ज़रिए समाज में बदलाव लाना चाहता है। मैं आम आदमी पार्टी का आभारी हूं जिन्होंने साहित्य और रचनात्मकता को इस मंच पर मान्यता दी।”
🏛️ उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
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श्री दिनेश उपाध्याय – जिला अध्यक्ष, AAP प्रतापगढ़
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श्री भास्कर त्रिपाठी – जिला महासचिव
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श्री पंकज पाल – विधानसभा अध्यक्ष, विश्वनाथगंज
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श्री बृहस्पति पांडे – वरिष्ठ पदाधिकारी
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सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और साहित्यप्रेमी
📷 समारोह का माहौल
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कार्यक्रम का आयोजन पूरी गरिमा और अनुशासन के साथ किया गया।
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मंच को पारंपरिक उत्तर भारतीय शैली में सजाया गया था।
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साहित्यिक पृष्ठभूमि को दर्शाती प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
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कार्यक्रम के दौरान कविता पाठ, गीत और युवा लेखकों द्वारा प्रस्तुतियां भी की गईं।
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अर्पित सर्वेश ने कुछ अंश अपनी प्रकाशित रचनाओं से भी सुनाए, जिसे उपस्थित जनसमूह ने तालियों से सराहा।
🔎 राजनीति और साहित्य का समन्वय
यह कार्यक्रम राजनीति और साहित्य के समन्वय का एक दुर्लभ उदाहरण बना।
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राजनीति जहाँ अक्सर सत्ता और रणनीति से जुड़ी मानी जाती है, वहीं साहित्य समाज की आत्मा को उजागर करता है।
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अर्पित सर्वेश जैसे लेखक जब राजनीतिक मंच पर सम्मानित होते हैं, तो यह एक संकेत होता है कि राजनीतिक पार्टियाँ अब रचनात्मकता को भी उतना ही महत्व देने लगी हैं।
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यह समन्वय युवाओं के लिए एक बड़ा संदेश है कि वे केवल आलोचना तक सीमित न रहें, बल्कि समाज में सकारात्मक निर्माण की प्रक्रिया में सहभागी बनें।
💬 सामाजिक मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
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#ArpitSarvesh और #AAPRespectForWriters जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
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ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर लोगों ने अर्पित सर्वेश को बधाई दी।
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कई शिक्षकों, छात्रों और साहित्य प्रेमियों ने यह कहा कि ऐसा सम्मान कार्यक्रम समाज के लिए उदाहरण है।
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युवाओं ने कहा कि वे अब साहित्य को करियर के रूप में भी गंभीरता से देखने लगे हैं।
🖋️ भविष्य की प्रेरणा
यह आयोजन सिर्फ एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि युवाओं के लिए एक दिशा संकेत था।
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अर्पित सर्वेश ने अपने भाषण में यह स्पष्ट किया कि रचनात्मकता केवल किताबों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि वह समाज की आवाज़ बननी चाहिए।
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उन्होंने यह भी कहा कि वे आगे "कलम से क्रांति" नामक एक अभियान की शुरुआत करेंगे, जो ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बच्चों और युवाओं को लेखन की शिक्षा देगा।
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इस पहल को आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन देने की बात कही।
🌍 प्रतापगढ़ की पहचान को मिला नया आयाम
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इस सम्मान से प्रतापगढ़ जिले को एक नई पहचान मिली है।
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अब प्रतापगढ़ सिर्फ राजनीतिक या प्रशासनिक खबरों के लिए नहीं, बल्कि साहित्यिक प्रतिभाओं के लिए भी चर्चा में है।
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जिला प्रशासन ने भी अर्पित सर्वेश को "युवा सांस्कृतिक राजदूत" के रूप में सम्मानित करने की संभावना जताई है।
📌 समाप्ति टिप्पणी
प्रतापगढ़ में हुआ यह सम्मान समारोह इस बात का प्रमाण है कि यदि किसी युवा के अंदर लगन, सच्चाई और समाज के प्रति संवेदनशीलता हो, तो उसे पहचान मिलने में देर नहीं लगती।
अर्पित सर्वेश आज लाखों युवाओं के प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।