डीएम एवं एडीएम ने किया बस अड्डे के समीप स्थित ऑफिसर्स क्लब का निरीक्षण

लोकेशन: प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश ब्यूरो रिपोर्ट: BNT

Jul 31, 2025 - 17:48
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डीएम एवं एडीएम ने किया बस अड्डे के समीप स्थित ऑफिसर्स क्लब का निरीक्षण

प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश:
जनपद प्रतापगढ़ में बुनियादी ढांचे के विकास और शहरी सौंदर्यीकरण को लेकर प्रशासन लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी श्री शिव सहाय अवस्थी और अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) श्री आदित्य प्रजापति ने आज एक महत्वपूर्ण स्थल का निरीक्षणकिया। यह स्थल था – प्रतापगढ़ मुख्य बस अड्डे के पास स्थित 'ऑफिसर्स क्लब'

यह निरीक्षण पूरी तरह से अचानक एवं पूर्व सूचना के बिना किया गया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि किसी प्रकार की सफाई या पूर्व तैयारी के बिना वास्तविक स्थिति का जायजा लिया जा सके। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को कई चिंताजनक पहलुओं का सामना करना पड़ा।

❌ रोडवेज डिपो द्वारा अतिक्रमण

जिलाधिकारी को सबसे पहले यह जानकारी मिली कि पहले से निर्मित ऑफिसर्स क्लब परिसर पर उत्तर प्रदेश रोडवेज डिपो द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। परिसर के अंदर बनाए गए एक कमरे में रोडवेज विभाग ने निष्प्रयोज्य सामान और कबाड़ भर रखा है। यह सामान वर्षों से बिना किसी उपयोग के वहीं रखा हुआ है, जिससे सरकारी भवन की स्थिति दयनीय हो गई है।

इस पर डीएम अवस्थी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि:

  • रोडवेज द्वारा किए गए इस अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाया जाए

  • उस कमरे को पूरी तरह से खाली करवाया जाए ताकि उसका उपयोग जनहित के लिए हो सके

🌳 यात्रियों के लिए पार्क निर्माण का सुझाव

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी सुझाव दिया कि खाली कराए गए इस स्थान पर नगर पालिका परिषद, बेल्हा द्वारा एक सुंदर एवं उपयोगी पार्क विकसित किया जाए। इस पार्क का उद्देश्य होगा — मुख्य बस अड्डे पर आने-जाने वाले यात्रियों को विश्राम, सुकून और हरियाली का अनुभव देना।

उन्होंने यह भी कहा कि अक्सर देखा गया है कि यात्री अपने बसों की प्रतीक्षा में सड़क किनारे या धूप में खड़े रहते हैं। ऐसे में यदि यह स्थल एक छायादार पार्क में परिवर्तित हो जाता है, तो यह न केवल यात्रियों को राहत देगा, बल्कि शहर की छवि को भी बेहतर करेगा।

🤝 अधिकारियों की उपस्थिति

इस निरीक्षण के दौरान डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (DFO) श्री जगदम्बिका प्रसाद, एआरएम रोडवेज, और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। डीएम ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और उनसे अपेक्षा की कि वे इस योजना को समयबद्ध रूप से क्रियान्वित करें।

📢 डीएम का सख्त संदेश

जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने साफ तौर पर कहा कि:

"सरकारी भवनों और संस्थाओं की भूमि को इस तरह से कबाड़ घर में तब्दील कर देना कतई स्वीकार्य नहीं है। जो स्थान कभी ऑफिसर्स क्लब जैसी उपयोगी संस्थाओं के लिए बनाए गए थे, उनका इस तरह से उपेक्षित रहना दर्शाता है कि संबंधित विभागों की निगरानी में कमी आई है। ऐसे सभी स्थलों की समीक्षा की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर कड़ी कार्यवाही भी की जाएगी।"

उन्होंने नगर पालिका के अधिकारियों से कहा कि शहर के अन्य स्थानों पर भी यदि इस तरह की भूमि है जो निष्क्रिय है या अतिक्रमण की चपेट में है, तो उसका सर्वे कराया जाए और पुनः उपयोग की कार्ययोजना तैयार की जाए।

📌 प्रशासनिक सक्रियता और जनहित

यह निरीक्षण दर्शाता है कि प्रतापगढ़ जिला प्रशासन सिर्फ फाइलों तक सीमित नहीं है, बल्कि जमीनी हकीकत को समझकर जनहित में निर्णय लेने में विश्वास रखता है। डीएम द्वारा किया गया यह कदम न केवल एक निष्क्रिय स्थल को पुनः उपयोगी बनाने की दिशा में प्रयास है, बल्कि यह भी स्पष्ट संकेत देता है कि अब शहरी विकास के तहत उपयोगहीन सरकारी संपत्तियों का समुचित दोहन किया जाएगा


निष्कर्ष:

जनता की सुविधा और शहरी ढांचे के विकास के लिए प्रशासन की यह सक्रियता सराहनीय है। यदि प्रस्तावित पार्क योजना लागू होती है तो यह प्रतापगढ़ शहर के लिए एक बड़ा सौंदर्य एवं उपयोगिता से जुड़ा योगदान होगा। इसके साथ ही यह अन्य विभागों को भी संदेश देगा कि अब निष्क्रियता, अतिक्रमण और उपेक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।