टीनशेड लगाने के दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए जीजा-साले, साले की मौत, जीजा गंभीर घायल
स्थान: महोबा, उत्तर प्रदेश रिपोर्ट: कुलदीप शर्मा
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। कबरई थानाक्षेत्र के कैमाहा गाँव में टीनशेड लगाने के दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर साले संदीप विश्वकर्मा की मौत हो गई, जबकि जीजा हरीशंकर गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना उस समय हुई जब दोनों मकान के ऊपरी हिस्से में टीनशेड लगाने का काम कर रहे थे और अचानक मकान के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के संपर्क में टीन आ गई।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
घटना कैमाहा गाँव निवासी सुनील यादव के मकान की है। मकान के ऊपरी हिस्से में टीनशेड लगाने के लिए गांव के ही रहने वाले हरीशंकर अपने साले संदीप विश्वकर्मा (सीमावर्ती छतरपुर जिले के बारीगढ़ कस्बा निवासी) के साथ काम कर रहे थे। टीनशेड लगाते समय टीन का एक हिस्सा मकान के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से छू गया, जिससे तेज विद्युत प्रवाह दोनों को झुलसाता हुआ निकल गया।
आसपास के लोगों ने दोनों को अचेत अवस्था में गिरते देखा तो गांव में अफरा-तफरी मच गई। परिजन और मकान मालिक दोनों को आनन-फानन में जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड ले गए, जहां डॉक्टर ने साले संदीप विश्वकर्मा को मृत घोषित कर दिया। घायल जीजा हरीशंकर का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
परिवार में छाया मातम
इस दुर्घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक संदीप विश्वकर्मा अपने जीजा के साथ रहकर घर के काम में हाथ बंटाता था। उसकी असमय मौत से न सिर्फ उसके परिवार बल्कि पूरे गांव में शोक का माहौल है। अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
अस्पताल में अफरा-तफरी, प्रशासन की त्वरित कार्यवाही
हादसे के तुरंत बाद दोनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने संदीप को मृत घोषित किया जबकि हरीशंकर का इलाज जारी है। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी।
डॉ. पंकज राजपूत (ईएमओ, जिला अस्पताल) ने बताया, “संदीप विश्वकर्मा को मृत अवस्था में लाया गया था, जबकि हरीशंकर का इलाज इमरजेंसी वार्ड में किया जा रहा है।”
चश्मदीद का बयान
घायल हरीशंकर, जो हादसे के प्रत्यक्षदर्शी भी हैं, ने बताया कि वह अपने साले के साथ टीनशेड लगा रहे थे। अचानक टीन का एक सिरा ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टच हो गया। दोनों को तेज करंट लगा और वे अचेत हो गए। जब होश आया तो अस्पताल में थे।
विषय कुमार (परिजन) ने कहा कि संदीप हमेशा जीजा के काम में मदद करता था। इस अचानक हुई घटना से परिवार टूट गया है।
बिजली विभाग पर सवाल
स्थानीय लोगों और परिजनों का कहना है कि यदि मकान के ऊपर से हाईटेंशन लाइन न गुजरती या बिजली विभाग ने पहले से अलर्ट किया होता तो यह हादसा नहीं होता। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि आबादी वाले क्षेत्रों में बिजली लाइन की ऊंचाई और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाए।
प्रशासन की अपील
प्रशासन और पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी निर्माण कार्य के दौरान विशेष सतर्कता बरतें, खासकर बिजली की लाइन के आसपास। मकान मालिकों को चेताया गया है कि बिना विशेषज्ञ सलाह के ऊंचाई वाले स्थानों पर निर्माण ना कराएं।
विशेषज्ञों की राय
बिजली विभाग के विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाएं लापरवाही, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और बिजली लाइनों की ऊंचाई में कमी के कारण होती हैं। हर निर्माण कार्य से पहले बिजली विभाग से नो-ऑब्जेक्शन प्रमाण पत्र लेना चाहिए।
डॉ. पंकज राजपूत (ईएमओ, जिला अस्पताल) का बयान: “टीनशेड के दौरान हाईटेंशन लाइन से छू जाने से करंट का असर तुरंत होता है, जिससे जान का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मामलों में प्री-हॉस्पिटल केयर बेहद जरूरी है।”
सामाजिक प्रतिक्रिया
गांव के बुजुर्गों और पड़ोसियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े नियम बनें और बिजली विभाग समय-समय पर लोगों को जागरूक करे। कई ग्रामीणों ने कहा कि यह घटना एक चेतावनी है कि बिजली लाइनों के आसपास सतर्कता जरूरी है।
निष्कर्ष
महोबा के कैमाहा गाँव में टीनशेड लगाते समय हुई यह दुर्घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए बड़ा झटका है। इससे सीख लेकर सभी को सतर्क रहना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हों।
कुलदीप शर्मा, महोबा-उत्तर प्रदेश