जलचढ़ी कार्यक्रम: शांति, सुरक्षा और व्यवस्था के लिए प्रशासनिक बैठक सम्पन्न
लोकेशन: प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश ब्यूरो रिपोर्ट – BNT

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बाघराय थाना क्षेत्र के ग्राम बिहार में इस वर्ष 30 जुलाई 2025 को आयोजित होने वाले पारंपरिक जलचढ़ी कार्यक्रमकी तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता क्षेत्राधिकारी सदर श्रीमती करिश्मा गुप्ता ने की, जिसमें आयोजकों, ग्राम प्रधान, स्थानीय संभ्रांत नागरिकों और पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
जलचढ़ी कार्यक्रम का सांस्कृतिक महत्व
जलचढ़ी कार्यक्रम प्रतापगढ़ जिले की लोक संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह आयोजन वर्षों से ग्राम बिहार समेत आसपास के इलाकों में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस अवसर पर भक्तजन जल अर्पित कर सुख-समृद्धि एवं शांति की कामना करते हैं। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस कार्यक्रम में सम्मिलित होते हैं, जिससे आयोजन स्थल पर भारी भीड़ उमड़ती है।
प्रशासनिक तैयारियों पर चर्चा
बैठक के दौरान क्षेत्राधिकारी सदर ने सभी संबंधित विभागों एवं पदाधिकारियों के साथ कार्यक्रम की सफल एवं सुरक्षित आयोजन के लिए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की।
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भीड़ प्रबंधन:
भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए विशेष रूप से भीड़ नियंत्रण, मार्ग व्यवस्थित रखने, और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। -
सुरक्षा व्यवस्था:
कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, CCTV कैमरों की निगरानी, बैरिकेडिंग, इमरजेंसी रिस्पांस टीम, और महिला पुलिस कर्मियों की उपस्थिति को अनिवार्य किया गया। -
प्रकाश व पेयजल:
आयोजन स्थल पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था एवं शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिए ग्राम पंचायत व अन्य संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया। -
साफ-सफाई:
स्वच्छता समिति का गठन कर आयोजन से पूर्व, आयोजन के दौरान एवं आयोजन उपरांत स्थल की नियमित सफाई सुनिश्चित कराने पर बल दिया गया। -
जनसुविधाएं:
महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों के लिए विश्राम स्थल, अस्थाई शौचालय, प्राथमिक उपचार केंद्र, एवं बैठने की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए गए।
स्थानीय पुलिस की जिम्मेदारी
क्षेत्राधिकारी ने थाना बाघराय के पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों को जलचढ़ी कार्यक्रम हेतु सुरक्षा ड्यूटी चार्ट समय से तैयार करने, ड्यूटी का स्पष्ट वितरण करने, एवं हर संवेदनशील स्थल पर पर्याप्त फोर्स की तैनाती करने के निर्देश दिए।
साथ ही, यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने, फायर ब्रिगेड एवं स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाए रखने की बात कही गई।
बैठक में दिए गए मुख्य निर्देश
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सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को कार्यक्रम स्थल का भौतिक निरीक्षण कर संभावित चुनौतियों की सूची बनाने के निर्देश
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आयोजन से पूर्व सभी CCTV कैमरों की कार्यक्षमता की जांच
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स्थानीय स्वयंसेवकों को crowd management में पुलिस का सहयोग करने का अनुरोध
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आपात स्थिति के लिए कंट्रोल रूम व संपर्क नंबर सार्वजनिक करने का निर्देश
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आयोजन के दिन किसी भी अफवाह या अप्रिय घटना पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश
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आयोजन स्थल व आसपास गश्त बढ़ाने के निर्देश
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आयोजकों को पंडाल, मंच, विद्युत संयोजन आदि की सुरक्षा जांच समय से कराने की सलाह
नागरिकों व आयोजकों की सहभागिता
बैठक में ग्राम प्रधान, आयोजक समिति के सदस्य, और स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने अपने सुझाव भी साझा किए। सभी ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे कार्यक्रम के दौरान प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे तथा शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित वातावरण बनाए रखने में पूरा सहयोग देंगे।
आयोजकों ने बताया कि वे पंडाल, मंच, झंडा, ध्वनि व्यवस्था, और भक्तों की सुविधा के सभी आवश्यक इंतजाम करेंगे।
प्रशासन द्वारा की गई अपील
क्षेत्राधिकारी सदर श्रीमती करिश्मा गुप्ता ने बैठक के समापन पर उपस्थित नागरिकों और आयोजकों से अपील की कि जलचढ़ी कार्यक्रम को शांति, सुरक्षा और अनुशासन के साथ सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन का सहयोग करें।
उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति या संदेहास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
साथ ही, अफवाहों से बचने व अनुशासन बनाए रखने का संदेश भी दिया।
महिला एवं बच्चों की सुरक्षा पर विशेष बल
क्षेत्राधिकारी ने कहा कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है। आयोजन स्थल पर महिला पुलिस बल की अलग टीम, चाइल्ड हेल्प डेस्क, और Lost & Found काउंटर बनाए जाएंगे।
आवश्यकतानुसार CCTV फुटेज की लाइव निगरानी भी की जाएगी।
कार्यक्रम की तैयारियों की मॉनिटरिंग
प्रशासन द्वारा तय किया गया है कि आयोजन से पहले एक बार पुनः स्थल का संयुक्त निरीक्षण किया जाएगा। सभी तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजन के एक दिन पूर्व कंट्रोल रूम में रिव्यू मीटिंग होगी।
किसी भी प्रकार की कमी को समय रहते दूर करने का प्रयास रहेगा।
जन-जागरूकता अभियान
स्थानीय पुलिस द्वारा कार्यक्रम के पहले, सोशल मीडिया, पब्लिक अनाउंसमेंट, और पम्पलेट्स के माध्यम से आमजन को सुरक्षा, पार्किंग, प्रवेश-निकास मार्ग, और आपातकालीन हेल्पलाइन की जानकारी दी जाएगी।
यह भी बताया जाएगा कि कोई भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति दिखे तो तत्काल सूचना दें।
आयोजन स्थल की विशेष व्यवस्था
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प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग और प्रवेश द्वारों पर पुलिस फोर्स
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पंडाल क्षेत्र में CCTV कैमरे
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मुख्य मंच के पास प्राथमिक चिकित्सा केंद्र
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बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए अलग बैठने की व्यवस्था
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शुद्ध पेयजल हेतु वाटर टैंकर्स
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ट्रैफिक कंट्रोल के लिए वालंटियर्स
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पार्किंग स्थल की साफ-सफाई और लाइटिंग
प्रशासन और आयोजन समिति का साझा संकल्प
बैठक के अंत में सभी ने शांति, सौहार्द, और सुरक्षा के संकल्प के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने का वादा किया।
क्षेत्राधिकारी सदर ने कहा कि “यह आयोजन प्रतापगढ़ की सांस्कृतिक पहचान है, इसकी गरिमा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।”
निष्कर्ष
प्रतापगढ़ के ग्राम बिहार में होने वाला जलचढ़ी कार्यक्रम न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक समरसता और प्रशासनिक सहभागिता का भी उदाहरण है।
अगर सभी संबंधित विभाग, आयोजन समिति और नागरिक प्रशासन का पूरा सहयोग करें तो यह कार्यक्रम पूरी तरह सुरक्षित, शांतिपूर्ण और अनुशासित ढंग से सम्पन्न होगा।