टीबी जागरूकता शिविर : मंदसौर में घर-घर स्क्रीनिंग अभियान से मिली सफलता की झलक

संवाददाता: बलवीर योगी, गुना

Jul 30, 2025 - 14:18
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टीबी जागरूकता शिविर : मंदसौर में घर-घर स्क्रीनिंग अभियान से मिली सफलता की झलक

“घर-घर में अलख जगाना है, भारत से टीबी रोग भगाना है।” इसी संकल्प के साथ मंदसौर जिले में टीबी के खिलाफ चल रहे जागरूकता एवं स्क्रीनिंग अभियान ने एक सशक्त सामाजिक पहल का रूप ले लिया है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी जैसे गंभीर रोग की पहचान और रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है।

दिनांक 29 जुलाई 2025 को मंदसौर के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित स्लेट पेंसिल कॉम्प्लेक्स में विशेष टीबी स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग के मार्गदर्शन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.एस. चौहान तथा टीबी नोडल अधिकारी डॉ. आर.के. द्विवेदी के नेतृत्व में संपन्न हुआ। समाजसेवक नाहरू खान एवं पूर्व पार्षद हाजी आबिद भाई की गरिमामयी उपस्थिति में शिविर का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर नाहरू भाई ने पुष्पमाला अर्पित कर स्वास्थ्य कर्मियों का अभिनंदन किया, जिससे टीम का उत्साह दोगुना हो गया।

इस अभियान के अंतर्गत वाधवानी AI द्वारा विकसित VMTB AI एप्लिकेशन का उपयोग करते हुए राज्य के पांच जिलों में एक्टिव केस फाइंडिंग सर्वे किया जा रहा है, जिसमें मंदसौर भी शामिल है। कलेक्टर महोदया के नेतृत्व में जिले के 227 उच्च जोखिम वाले ग्रामों में जून 2025 से घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा रहा है। इस प्रयास का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों की शीघ्र पहचान करना है, जो टीबी के लक्षणों से ग्रसित हैं परंतु उनका अभी तक निदान नहीं हो पाया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 27 जुलाई 2025 तक 553375 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से लगभग 3800 संदिग्ध मरीजों के बलगम और एक्स-रे परीक्षण किए गए, जिनमें से 137 व्यक्तियों में टीबी की पुष्टि हुई है। ऐसे सभी रोगियों को तुरंत उपचार की प्रक्रिया में लाया गया है, जिससे संक्रमण की श्रृंखला को समय रहते रोका जा सके।

इस अभियान की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता एक्स-रे हैंडहेल्ड मशीनों का उपयोग है, जिन्हें लेकर टीमें दूरस्थ गांवों में भी पहुँच रही हैं। यह तकनीकी सुविधा उन इलाकों में बेहद उपयोगी सिद्ध हो रही है, जहाँ बड़े चिकित्सा संसाधन सीमित हैं। इन मोबाइल यूनिट्स की मदद से ऑन-साइट जांच हो रही है, जिससे संभावित रोगियों की पहचान तत्परता से की जा रही है।

शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी श्री जगदीश खींची ने स्थानीय नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी व्यक्ति को यदि लंबे समय तक खांसी, बुखार या कमजोरी महसूस हो रही हो, तो बिना संकोच के तुरंत स्वास्थ्य जांच कराना चाहिए। उन्होंने सभी वार्डवासियों से आग्रह किया कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और समय-समय पर चिकित्सा परीक्षण अवश्य कराएं।

इस अवसर पर समाजसेवक नाहरू खान, हाजी आबिद भाई, वार्ड के गणमान्य नागरिक, टीबीएचवी अजय पांडे, सुपरवाइजर श्रीमती कांता भंडारी, एक्स-रे तकनीशियन अजय पटेल एवं उषा कार्यकर्ता जैसे स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।

मंदसौर में चल रहा यह जागरूकता अभियान न केवल एक सरकारी पहल है, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में भी एक प्रेरक कदम है। स्वास्थ्य विभाग की यह सक्रियता निश्चित ही जिले को क्षयरोग मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास सिद्ध होगी।